बुधवार, 23 मार्च 2011

......वक़्त मिले तो हमें भी याद कर लेना |



प्यार और दोस्ती का गहरा नाता है ,
बिना दोस्ती के कोई कहाँ प्यार पाता है ,
ये रिश्ते ही तो हैं जिन के बल पर जीते हैं लोग,
और इन तीनो का संगम जिंदगी कहलाता है |

         **********************

मर गए फिर भी दिल में तेरा प्यार होगा,
होंठो पे मुस्कराहट आंखों में इंतजार होगा,
लाख इलज़ाम दे तुझको  ये ज़माना,
फिर भी हमें तेरी बातों पर एतवार होगा |

     ***********************

अपनी उम्मीदों का चमन तुम आबाद कर लेना,
हमारे लिए खुदा से फरियाद कर लेना,
हम नहीं कहते अपनी महफ़िल से हमारे पास आ जाओ,
पर वक़्त मिले तो हमें भी याद कर लेना |

     ***********************

एक दिन वक़्त के साथ बहुत आगे निकल जाओगे तुम,
मेरी दुआ से उस वक़्त भी मुस्कुराओगे तुम,
शायद किसी मोड़ पर तनहा छोड़ोगे तुम मुझको,
पर जब भी देखोगे पलटकर मुझे वहीँ खड़ा पाओगे तुम |

        ************************

तुम्हारी जिंदगी की हर शाम सुहानी होगी,
खुशियों की सदा तुम पर मेहरवानी होगी,
जब भी पलटोगे मेरी जिंदगी का कोई पन्ना,
हर पन्ने पर अश्कों की कहानी होगी |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें